राहु-केतु राशि परिवर्तन 2025: शिखर ध्वजा के माध्यम से ग्रहों का सरल समाधान | कृष्णा गुरुजी

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राहु-केतु राशि परिवर्तन 2025 और शिखर ध्वजा उपाय | कृष्णा गुरुजी
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18 मई 2025 को एक दुर्लभ खगोलीय घटना घटने जा रही है—जब राहु कुंभ राशि में और केतु सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। यह राशि परिवर्तन न केवल ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि हमारे पंचतत्वीय शरीर पर भी इसका गहरा असर पड़ता है।

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हालांकि राहु और केतु छाया ग्रह हैं, फिर भी इनका जीवन में प्रभाव बहुत गहरा होता है।
कृष्णा गुरुजी कहते हैं कि केतु का एक आध्यात्मिक प्रतीक मंदिर की शिखर पर लहराती ध्वजा भी है, जो ब्रह्मांडीय ऊर्जा का केंद्र मानी जाती है।

शिखर दर्शन और ध्वजा का महत्व

शास्त्रों में कहा गया है कि यदि मूर्ति-दर्शन न भी हो पाए, तो मंदिर की शिखर ध्वजा के दर्शन से भी पूर्ण फल की प्राप्ति होती है।

जैसे हमारे शरीर में सहस्रार चक्र ऊर्जा का मुख्य केंद्र होता है, वैसे ही मंदिर का शिखर भाग ब्रह्मांडीय ऊर्जा का टावर होता है।
इसलिए, अपने जन्म नक्षत्र का दिन, जो श्रावण में आता है, उस दिन अपने नाम या किसी रिश्तेदार के नाम से ध्वजा चढ़वाना विशेष फलदायक होता है।

ध्वजा के माध्यम से ग्रहों के उपाय – संबंधों के नाम से करें ध्वजा रोहण

ग्रह कारक ध्वजा किसके नाम से लगाएं

सूर्य पिता, हड्डियाँ, ह्रदय पिता के नाम से
चंद्र माता, मन, फेफड़े माता के नाम से
मंगल भाई, रक्त, क्रोध भाई के नाम से
बुध त्वचा, बुद्धि, आंत मामा के नाम से
गुरु पति (महिला के लिए), लिवर, बच्चे पति, बच्चे या आध्यात्मिक गुरु के नाम से
शुक्र पत्नी, यौन शक्ति, कुल देवी पत्नी या कुल देवी के नाम से
शनि बुजुर्ग, घुटने, कर्म घर के बुजुर्ग या पुराने नौकर के नाम से
राहु लगाव, नशा, जुआ, रहस्य दादा जी के नाम से
केतु वियोग, क्रॉनिक रोग, जॉब अस्थिरता नाना जी के नाम से

राहु केतु को दोष न दें, समाधान खोजें

हर ग्रह हर व्यक्ति पर अलग प्रभाव डालता है। जो ग्रह आपके लिए कष्टदायक है, वही आपके बच्चे या जीवनसाथी के लिए वरदान हो सकता है। इसलिए किसी ग्रह को दोषी न ठहराएं।
डिवाइन एस्ट्रो हीलिंग के माध्यम से कृष्णा गुरुजी यह समाधान बताते हैं, जो न तो खर्चीले हैं, न ही भौतिक तोड़फोड़ वाले।

निष्कर्ष

जब आप मंदिर जाएं, तो केवल मूर्ति दर्शन तक सीमित न रहें। मंदिर के शिखर पर लहराती ध्वजा को देखें, आंखें बंद करें और उस दिव्य ऊर्जा को अपने भीतर समाहित करें।
यदि आप दर्शन न भी कर पाएं, तो भी ध्वजा दर्शन संपूर्ण ऊर्जा का अनुभव करा सकती है।


संपर्क करें:
कृष्णा गुरुजी
Divine Astro Healing
Mob: +91-9826070286
www.krishnaguruji.com

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