बाँझपन को मात देने वाली सेवाओं के लिए ‘विघ्नहर्ता 2025’ अवॉर्ड — डॉ. निकिता रावल सम्मानित
इंदौर — गणेश आरती को मानव सेवा से जोड़ने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आज
अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक गुरु कृष्णा गुरुजी ने राजेंद्र नगर स्थित
डॉ. निकिता रावल (IVF/फर्टिलिटी) को ‘विघ्नहर्ता 2025’ सम्मान प्रदान किया।
कार्यक्रम में आए मरीजों को गुरुजी ने संदेश दिया कि “गणेश बुद्धि के दाता हैं—बुद्धि का प्रयोग मानव सेवा में करें”।

वीडियो कवरेज: दिगियाना न्यूज़ (अवधि: 3 मिनट 50 सेकंड)
कार्यक्रम की मुख्य बातें
- गणेश आरती के मानवीय संदेश “अन्धन को आंख देत, कोड़न को काया” को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में लागू करते हुए बाँझपन से जूझ रही महिलाओं तक उम्मीद पहुँचाना।
- डॉ. निकिता रावल व उनकी टीम का IVF तकनीकों के माध्यम से अनेक परिवारों को मातृत्व सुख दिलाने में योगदान।
- कृष्णा गुरुजी द्वारा सभी उपस्थित मरीजों को हीलिंग देना।
“हम अपने कर्म पर ध्यान देते हैं। हर मरीज हमें एक-सी नज़र से दिखता है—किसी को हम डॉक्टर लगते हैं,
किसी को गणेश के दूत। ‘विघ्नहर्ता’ सम्मान के लिए कृष्णा गुरुजी और उनकी टीम के प्रति कृतज्ञ हूँ।”
— डॉ. निकिता रावल
मीडिया कवरेज लिंक
क्यों ‘विघ्नहर्ता’?
कृष्णा गुरुजी का मानना है कि गणेश केवल विघ्नहर्ता नहीं, बल्कि समाज सेवा का प्रतीक हैं।
अतः विघ्नहर्ता 2025 के अंतर्गत उन लोगों/संस्थाओं को सम्मानित किया जाता है
जो किसी के जीवन का वास्तविक विघ्न दूर करते हैं—जैसे दृष्टिहीनों के लिए नेत्रदान, कुष्ठ रोगियों की सेवा,
पौधारोपण, और अब मातृत्व की चाह रखने वालों के लिए फर्टिलिटी उपचार।
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