ॐ अज्ञान तिमिरान्धस्य ज्ञानाञ्जन शलाकया ।
चक्षुरुन्मीलितं येन तस्मै श्री गुरवे नमः ॥
इस श्लोक के जरिए हम कृष्णा गुरुजी के साथ अपने उन समस्त गुरुओं को नमस्कार करते हैं,जिनसे हमने इस जीवन में कुछ भी सीखा है या जिनकी भी हमपर कृपा हुई है।
ऐसा लगता है, जैसे कल की ही बात हो…लेकिन इस बात के लगभग ढाई महीने बीत चुके हैं… यूट्यूब पर ज्योतिष से जुड़े विडियो देखने के क्रम में मैंने गुरुजी के बारे में जाना, फिर मुझे ये जानकर आश्चर्य हुआ कि आखिर कैसे कोई फोन पर ही किसी की शारीरिक समस्याओं को खत्म कर सकता है। ये सोचकर कि इस अद्भुत संसार में ऐसा भी हो सकता है मैंने गुरुजी को फोन किया और अपनी तकलीफ़ से उनको अवगत कराया। आश्चर्यजनक रूप से उनसे बात करने के दो-चार मिनट बाद मैंने ये पाया कि लंबे समय से मेरे कमर में जो दर्द रहता था वो गायब हो गया है……साथ ही पहले सुबह उठते समय ऊर्जा की कमी महसूस होती थी दूसरे दिन जब सोकर उठा तो उसमें भी काफी सुधार महसूस हुआ। ऐसा प्रतीत होता है जैसे मेरी जन्म कुंडली में जो मंगल कमजोर स्थिति में था उसमें भी सुधार हो गया है।
तब से हम गुरुजी के प्रति कृतज्ञ हैं और उनसे आशीर्वाद लेने का प्रयास करते रहते हैं…
अब तो गुरुजी ने हमें डिवाइन एस्ट्रो हिलिंग का प्रथम चरण भी सीखा दिया है। ईश्वर ने चाहा तो आगे भी हमें गुरुजी का आशीर्वाद मिलता रहेगा।
हम उनको प्रणाम करते हैं…